प्रदेश में महिलाओं बच्चियों पर लगातार दुष्कर्म के मामलों को लेकर कांग्रेसियों ने भोपाल में सामूहिक उपवास शुरू किया है। मैहर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष भी शामिल हुए हैं
मैहर:- मध्य प्रदेश में महिलाओं बच्चियों पर लगातार दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं जिसे लेकर कांग्रेस लगातार सरकार को घेरती नजर आ रही है। इसी कड़ी में प्रदेश कांग्रेस के दिशा-निर्देश पर पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सप्ताहो से सभी तहसील मुख्यालय में प्रदर्शन ज्ञापन सहित अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गये थे। तत्पश्चात राजधानी भोपाल में प्रदेश के सभी दिग्गज नेताओं ने एक अलग तरीके सरकार को घेरने की कोशिश की है । रोशनपुरा चौराहे में कांग्रेसियों का सामूहिक उपवास शुरू किया है। इस सफल आयोजन में मैहर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष प्रभात द्विवेदी दद्दा भी सम्मिलित होने के लिए भोपाल पहुंचे है । खास बात यह है कि इस उपवास में पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव कांतिलाल भूरिया विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल सी डब्ल्यू सी सदस्य कमलेश्वर पटेल सहित कांग्रेस के सभी धड़ों के नेता और पदाधिकारी शामिल हुए हैं। यह पहला मौका है जब किसी आंदोलन में कांग्रेस के सभी नेता एक साथ दिखाई दे रहे हैं।
कानून व्यवस्था पर खड़ा कर रहे सवाल प्रदेश में महिला अपराध लगातार बढ़ रहे हैं, जिनको लेकर कांग्रेस लगातार प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए मुख्यमंत्री और प्रदेश के गृह मंत्री पर निशाना साध रही है। सामूहिक उपवास में प्रदेशभर से कांग्रेसी शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा एआईसीसी महासचिव और मध्य प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, कांग्रेस के सभी जिलाध्यक्ष अपने-अपने समर्थकों के साथ उपवास में सम्मिलित हुए हैं महिलाओं पर अत्याचार का गढ़ बन गया मध्य प्रदेश
इस अवसर पर मैहर कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि मध्य प्रदेश दिन-प्रतिदिन महिलाओं और बच्चियों के लिए असुरक्षित प्रदेश बनता जा रहा है। पिछले दो महीने में जिस तरह से बच्चियों और महिलाओं के साथ बलात्कार एवं सामूहिक दुष्कर्म के समाचार संचार माध्यमों से में आ रहे हैं, उससे महिला सुरक्षा को लेकर अत्यंत गंभीर खतरा खड़ा हो गया है। समाचार इतने भयानक हैं कि महू में सेना की सुरक्षा वाले इलाके में सेना अफसरों के साथ मौजूद युवतियों से बलात्कार की घटना सामने आती है। भोपाल में स्कूल में छोटी बच्ची दरिंदगी का शिकार होती हैं। छतरपुर में बलात्कारियों के हौसले इतने बढ़ जाते हैं कि वह पीड़िता के घर में घुसकर परिजनों को गोली मार देता है और खंडवा में घर के बाहर खड़ी बलात्कार पीड़िता के ऊपर आरोपी का बेटा पेट्रोल डालकर आग लगा देता है। 24 सितंबर को प्रदेश के चार शहरों मैहर जबलपुर, रीवा और दतिया से सामूहिक बलात्कारों की खबर सामने आती है। इन सब घटनाओं के बीच मध्य प्रदेश की सरकार कुंभकरण की नींद सो रही है और महिला सुरक्षा के लिए कोई भी ठोस उपाय अब तक नहीं किया गया है जो अत्यंत ही दुर्भाग्य पूर्ण है। समझ में नहीं आता ढिंढोरा पीटने के मामले में यह भाजपाइयों ने ड्रामा कंपनियां को भी पीछे छोड़ दिया है मध्य प्रदेश पुलिस का उपयोग तो यह ऐसे करते हैं जैसे इन्हीं के लिए यह पुलिस शपथ ले रखी हो जो पुलिस पूर्व की सरकारों में देशभक्ति और जन सेवा का स्लोगन के लिये समर्पित रहती थी इस सरकार ने उसका भी स्वरूप बिगाड़ दिया है।
