पूर्व विधायक मैहर नारायण त्रिपाठी ने विंध्य के मऊगंज जिले में हुई हिंसक घटना को लेकर जारी बयान में कहा कि रीवा सहित विंध्य के तमाम क्षेत्रों में बढ़ते अपराध की मुख्य वजहों की जड़ में जाना जरूरी है कारणों को जानना जरूरी है तभी हम इन हिंसक घटनाओं को रोक पाने में सफल होंगे। श्री त्रिपाठी ने कहा कि विगत 10 से 15 वर्षों का अगर हम इतिहास खंगाले तो रीवा सहित तमाम विंध्य क्षेत्र नशे का गढ़ बना यहां बात शराब ड्रग्स मेडिकल ड्रग्स की बात करे तो इनमें बेतहाशा वृद्धि देखी गई जो बढ़ते अपराधों की मुख्य वजहों में से एक है। दूसरा कारण है क्षेत्र में बेतहाशा बढ़ी बेरोजगारी जब युवाओं के हाथों को काम नहीं होगा उसके जीवन में व्यस्तता नहीं होगी तो वह विचलित होगा और वह नशे की शरण में जायेगा परिणामतः अपराधों में वृद्धि होगी। तीसरी मुख्य वजह है राजनीति में जातिवाद का जहर घोल उसे चरम तक पहुंचाना जिसके कारण हर जातियों के बीच सद्भावना की कमी आई। राजनैतिक माइलेज पाने के लिए क्षेत्रीय नेताओं ने समय समय पर जातिवाद का ऐसा जहर घोला की आपस में ही हम एक दूसरे के खून के प्यासे होने लगे और राजनीतिज्ञ अपनी राजनैतिक रोटियां उलट पुलट कर सेकने में कामयाब हुए। राजनीति के मसाने में जो कूट कूट कर जहर बोया गया उसके दुष्परिणाम आज सामने आने लगे है रोटियां तो सेंक ली गई लेकिन हमारे आपसी भाईचारे को खत्म कर दिया।
हम सभी रीवा को विंध्य की राजधानी मानते है आईजी वहां बैठते है कमिश्नर वहां बैठते है हमारे उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला जी का गृहग्राम है इसके बाद भी दिनों दिन कानून व्यवस्था चौपट होती जा रही है। क्षेत्र में इतनी बड़ी घटना घटित हो गई पुलिस के अधिकारी, जवान, आम आदमी, मारा गया ये चिंतन का विषय है कि आखिर क्षेत्र प्रदेश देश को हम किस ओर लेकर जा रहे है। कब तक हम राजनैतिक लाभ के लिए समाज में जातिवाद का जहर घोल बांटने का कार्य करते रहेंगे,आखिर कब हम अपने युवाओं के हाथों को रोजगार उपलब्ध करा उसे नशे के दलदल से बाहर निकाल पाएंगे ये पहल आखिर कब होगी। हमारे जिम्मेवार अधिकारी जिन्हें सुशासन का पाठ पढ़ा व्यवस्थाओं के संचालन की जिम्मेवारी दी गई है इनके रहते नशे का सौदागर अपनी पैठ मजबूत कर रहा है जिम्मेवार तमाशा देख रहे है आखिर इनकी जिम्मेवारियां कैसे तय होगी? कोरम पूर्ति कर वाहवाही लूट आम जन को द्रग भ्रमित करने का कार्य कब तक चलता रहेगा। सोचने का विषय है कि एक आईजी एक कमिश्नर,एक उप मुख्यमंत्री चाह ले कि उसके क्षेत्र में नशे का कोई सौदागर नहीं घूमेगा मजाल है कि परिंदा पर मार ले,बड़े चिंतन का विषय है समाज देश प्रदेश को आगे ले जाना है हमें अपराध मुक्त समाज का निर्माण करना है तो हमें जातिवाद,नशा और बेरोजगारी को खत्म करने की ठोस पहल करनी होगी।
