मैहर: पूर्व विधायक मैहर नारायण त्रिपाठी ने देश की सर्वोच्च सदन में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व वर्तमान देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिये गए बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होंने कहा कि देश के गृहमंत्री देश की सदन में कहा कि अंबेडकर अंबेडकर अंबेडकर यदि इतना नाम भगवान का लिया होता तो स्वर्ग की प्राप्ति हो गयी होती भारतीय जनता पार्टी की नीतियों और उनके दिलों दिमाग मे अंबेडकर जी के बारे में ऐसे भाव सामने आ सकते है तो हमे अब यह समझना चाहिए कि भारतीय जनता पार्टी के लोग अब संविधान बदलना चाहते है। श्री त्रिपाठी ने कहा कि जिस तरह से इन लोगो के द्वारा महात्मा गांधी जी को गुमनामी के अज्ञातवास में भेजने का प्रयास किया जा रहा है ठीक उसी प्रकार से ये लोग अब अंबेडकर जी को गुमनामी के अज्ञातवास में पहुँचाने की तैयारी कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ इनके लोग गोडसे जिंदाबाद के नारे लगा रहे है। नारायण त्रिपाठी ने कहा कि देश के नेता अब कुछ नही कर सकते ये अब बेचारे हो चुके है ये बेबस हो चुके है बौने हो चुके है इनके सबके धंधा व्यापार है इन्हें रात दिन ईडी का डर सताता है इसलिए जनहित में बोलने की हिम्मत नही बची। उन्होंने कहा कि अब जो कुछ करेगी देश की जनता करेगी। पूर्व विधायक मैहर ने कहा कि यदि अब देश को बचाना है संविधान को बचाना है गांधी और अंबेडकर को बचाना है तो देश की जनता को जागना पड़ेगा आगे आना पड़ेगा क्योकि हमारी आवाज बुलंद करने वाले नेता बौने हो चुके है।
नारायण त्रिपाठी ने कहा कि यदि बाबा साहब का संविधान न होता तो ये देश न चलता आज हमारा देश सुचारू रूप से चल रहा है तो बाबा साहब के संविधान की बदौलत, हमारा संविधान ईश्वर के तुल्य माना जाता है पंच को परमेश्वर की संज्ञा दी गयी है पंचों का फैसला परमेश्वर का फैसला माना गया है इसलिए संविधान की गरिमा का ध्यान सभी को रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज बांग्लादेश की चर्चा पूरी दुनिया मे हो रही है तमाम पुतले फूंके जा रहे है तमाम तरह से बांग्लादेश का विरोध हो रहा है लेकिन हम अपनी नीतियों के बारे में नही सोच रहे है कि हमने क्या क्या गलत किया। बांग्लादेश पर राहुल गांधी जी अखिलेश जी क्या बोलेंगे, विपक्ष क्या कर लेगा, विपक्ष क्या बोलेगा, राहुल गांधीके बोलने से क्या होगा। जो कुछ बोलना है करना है सत्तापक्ष को करना है भारतीय जनता पार्टी को करना है ऐसे में माननीय प्रधानमंन्त्री जी देश के गृहमंत्री जी मौन क्यो है? इसलिए जनता सावधान हो जाय सतर्क को जाय, जाग जाय, धर्म को माने लेकिन धर्मान्ध न हो जाय।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि जनता को इन पेट चलाऊ योजनाओं के मकड़जाल से निकलना होगा हजार पंद्रह सौ की लालच में फसने से कुछ होने वाला नही। उन्होंने कहा कि अगर हम इसी तरह इनके खैरातो में पलने की आदत डालें रहे तो हमारी आने वाली भीख मांगने को मजबूर हो जाएगी। इसे तमाम मामलों में माननीय उच्च न्यायालय कई बार टिप्पणी कर चुका है और कहा है कि खैरातो से काम चलने वाला नही देश के लिए स्थायी व्यवस्थाएं करनी पड़ेगी। ऐसे भारतीय जनता पार्टी से पूंछना चाहिए कि देश के लोगो के हितों के लिए आजतक कितनी स्थायी व्यवस्थाएं इनके द्वारा की गई। इसलिए जरूरी है कि उठिए जागिये मकड़जाल को समझिए और देश को बचाइए क्योकि जब देश और संविधान सुरक्षित रहेंगे तभी हम आप सभी सुरक्षित रहेंगे।
