मैहर की माई शारदा मंदिर की तरफ से मिलना चाहिए स्पेशल महाप्रसाद ताकि उस प्रसाद को माई शारदा के भक्तों के परिवार जन नात रिश्तेदार भी प्रसाद ग्रहण कर माई के प्रति और आस्था बड़े:- विष्णुनाथ पाण्डेय
✍🏻मैहर से विष्णुनाथ पाण्डेय रिपोर्ट📰
आज भारत के हर कोने में एक ना एक ऐसे प्रसिद्ध मंदिर जरूर मौजूद है जिसमें भक्तों की अपार आस्था है. सभी मंदिरों में एक चीज समान या प्रसाद होता है जो मंदिर में न केवल धार्मिक आस्था के केंद्र हैं, बल्कि यहां मिलने वाला प्रसाद भी एक खास अनुभव प्रदान करता है. हर मंदिर का अपना विशिष्ट प्रसाद होता है जो उस मंदिर की परंपरा और देवी–देवताओ के साथ जुड़ा होता है. तो मैहर की माई शारदा मंदिर परिसर में खास तरह का प्रसाद भक्तों को दिया जाए और वह प्रसाद मैहर मंदिर व्यवस्था करने वाली शारदा प्रबंधक समिति द्वारा संचलित रहे और वह महाप्रसाद जो भक्तों को दिया जाए उसका उचित चार्ज भक्तों से रशीद काटकर लिया जा सकता हैं ताकि अतिरिक्त बोझ शारदा प्रबंधक समिति मंदिर ट्रस्ट पर ना पड़ें/पहुंचे और मैहर का माई शारदा मंदिर का महाप्रसाद परिवार जन नात रिश्तेदारो को भी भक्त गण अपने निवास पहुंचकर माई शारदा का महाप्रसाद बाट सके।
तिरुपति बालाजी मंदिर में मिलने वाला भक्तों को प्रसाद
तिरुमाला तिरुपति मन्दिर में यहां भक्तों को प्रसाद में लड्डू दिया जाता है. इसकी मीठी खुशबू और स्वाद भक्तों को खूब भाती है. तिरुपति बालाजी मंदिर में मिलने वाले लड्डू में बेसन, काजू, इलायची, घी, चीनी, मिश्री और किशमिश को मिलाया जाता है.
ओडिशा में जगन्नाथ मंदिर में भक्तों को मिलने वाला प्रसाद
पुरीओडिशा का यह मंदिर अपने महाप्रसाद के लिए जाना जाता है, जिसमें मिट्टी के बर्तनों में पकाए गए विभिन्न प्रकार के व्यंजन शामिल होते हैं,
सिद्धिविनायक मंदिर में भक्तों को मिलने वाला प्रसाद
मुंबई देश की आर्थिक राजधानी मुंबई का यह सिद्धविनायक मंदिर अपने मोदक के लिए जाना जाता है जो भक्तों को प्रसाद में मिलता है।
श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर में भक्तों को मिलने वाला प्रसाद
तिरुवनंतपुरम के केरल में इस मंदिर में कई तरह के प्रसाद मिलते हैं. उसमें मुख्य है पाल पायसम, जो चावल और दूध से बनी एक प्रकार की खीर है जो भक्तों को प्रसाद में मिलता हैं।
शिरडी साईं बाबा मंदिर में भक्तों को मिलने वाला प्रसाद
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित शिरडी के साईं बाबा मंदिर में लड्डू का प्रसाद भक्तों को मिलता है.
राम मंदिर, अयोध्या में मिलने वाला प्रसाद
अयोध्या के श्री राम मंदिर में पेड़ा और लड्डू का प्रसाद भक्तों को मिलता है.
श्री बांकेबिहारी, वृंदावन में मिलने वाला प्रसाद
भगवान कृष्ण के इस मन्दिर में माखन मिश्री और पेड़े के लिए जाना जाता है जो गाय के शुद्ध दूध से बनाए जाते हैं भक्तों को प्रसाद में दिया जाता है।
स्वर्ण मंदिर, अमृतसर स्वर्ण मंदिर में मिलने वाला प्रसाद
सिखों का सबसे बड़ा तीर्थ स्थान है. आटा, घी, चीनी और पानी से बने स्वर्ण मंदिर के प्रसिद्ध प्रसाद को ‘कड़ाह प्रसाद’ कहा जाता है.
माता वैष्णो देवी, कटरा जम्मू में मिलने वाला प्रसाद
कटराजम्मू के पास पहाड़ियों में स्थित इस मंदिर में दो तरह का प्रसाद मिलता है. पहला है मिश्री का छोटा पैकेट, जिसके साथ छोटा चांदी का सिक्का भी होता है.
माँ कामाख्या देवी, गुवाहाटी असम का अनोखा प्रसाद
राजधानी गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर में भक्तों को अनोखा प्रसाद मिलता है. तीन दिन देवी सती के मासिक धर्म के चलते माता के दरबार में सफेद कपड़ा रखा जाता है. तीन दिन बाद कपड़े का रंग लाल हो जाता है, तो इसे भक्तों को प्रसाद के रूप में दिया जाता है.
कोलकाता दक्षिणेश्वर काली मंदिर का प्रसाद
कोलकाता में स्थित दक्षिणेश्वर मंदिर मां काली को समर्पित एक शक्तिपीठ है, जहां प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु आते हैं।यहां पर माता को भोग के रूप में चावल , दाल और विभिन्न प्रकार की सब्जियों को साथ मिलाकर तैयार खिचड़ी चढ़ाया जाता है।
कोविल मंदिर, तमिलनाडू
दक्षिण भारत तमिलनाडु का सबसे लोकप्रिय पुराने मंदिरों में से एक कोविल मंदिर में भगवान विष्णु को भोग के रूप में डोसा सांभर,और लेमन राइस चढ़ाया जाता है और फिर इस भोग को प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं को वितरित किया जाता है।
तो मैहर शारदा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष कलेक्टर महोदय सचिव एस डी एम महोदय वा समिति के समस्त मेम्बर एक राय बनाकर यह सुझाव सर्व सम्मति से पास कर प्रारम्भ करनी चाहिए जिससे माई शारदा का गुण गान में वृद्धि होंगी दान भी बढ़ेगा साथ ही भक्तों की संख्या भी बढ़ेगी आज महाप्रसाद जितना अच्छा और स्वादिष्ट होगा उतना ही मन्दिर का प्रचार प्रसार अपने आप ही बढ़ता जाएगा।
