मैहर देवीधाम के पंड़ाओ की हर संभव मदद कर पुनः यथास्थान बैठाने का कार्य करेंगे :-नारायण त्रिपाठी।
मैहर:- पूर्व विधायक मैहर नारायण त्रिपाठी ने कहा कि हिंदुस्तान की वह धरती जहां कानून से इतर रस्म परंपराओं रीति रिवाजों पंडा पुजारियों का अपना अलग महत्व है। देवी जी के गण स्थानों में आखिर ये पंडा वर्षो से माँ के अलग अलग स्वरूपो की पूजा आराधना करते आ रहे है अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे है तो क्या ये अवैध थे और अगर अवैध से तो वर्षो से कैसे बैठे थे। आखिर कोई न कोई वैध रिकार्ड तो इनके पास रहा ही होगा आज अचानक उनका अवैध हो जाना समझ से परे है। पंडा पुजारियों की यह लड़ाई उच्च अदालतों तक पूरी ताकत के साथ लड़ी जाएगी और उन्हें न्याय दिलाने का कार्य किया जाएगा और सभी को उनके नियत स्थान में बैठाने का कार्य किया जाएगा। श्री त्रिपाठी ने कहा कि कहा कि यदि देवी जी है तो ये गण भी है और गण होंगे तो पंडा पुजारी भी होंगे,यदि पंडा पुजारी ही नही होंगे तो देवीजी भी नही होंगी। उन्होंने कहा कि दोनों का अपना अपना अपनी अपनी जगह पर महत्व है अगर रावण न होता तो श्री राम का महत्व न होता,अगर कंश न होता तो श्रीकृष्ण का महत्व न होता,अगर अधर्म न होता तो धर्म का महत्व न होता,हिंसा न होती तो अहिंसा का महत्व न होता,असत्य न होता तो सत्य का महत्व न होता इसलिए इस तरह से पंड़ाओ को कुचलकर अलग नही किया जा सकता। श्री त्रिपाठी ने कहा कि पंड़ाओ की इस लड़ाई को जीतने बड़े स्वरूप में लड़नी पड़े लड़ेंगे और उन्हें न्याय दिलाने का कार्य करेंगे।
