Mukundpur Jungle Safari: एमपी के मैहर जिले में स्थित मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में घूमना अब महंगा हो गया है। सरकार ने सफारी और प्रवेश शुल्क में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। यह बढ़ोतरी देसी और विदेशी दोनों पर्यटकों पर लागू होगी। हालांकि, ऑटो रिक्शा चालकों के प्रवेश शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया है। जानें क्या होंगे नए रेट
हाइलाइट्स ●मंहगी हो गई मुकुंदपुर जंगल सफारी की टिकट
●देसी और विदेशी पर्यटकों की जेब पर पड़ेगा असर
●प्रवेश शुल्क में हुई 10 फीसदी की बढ़ोतरी
मैहर: मध्यप्रदेश में एक ऐसी जगह है जो सफेद टाइगरों का गढ़ है। हम बात कर रहे हैं मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी जो कि मैहर जिले में स्थित है। पहले के मुकाबले अब यहां आने वाले पर्यटकों के लिए घूमना महंगा होगा। दरअसल अब महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर में सफारी करने के रेट बढ़ गए हैं। इसका असर भ्रमण पर आने वालों की जेब पर होगा।
सरकार ने शुल्क वृद्धि करते हुए सफारी और प्रवेश शुल्क में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। जिसका असर देसी और विदेशी पर्यटकों की जेब पर पड़ेगा। खास बात यह है कि 6 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए सफारी की फीस 150 रुपए निर्धारित की गई है। हालांकि, अभी तक ऑटो रिक्शा चालकों के लिए प्रवेश शुल्क में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है।
इस तरह से रहेगा शुल्क
11 नवंबर से नई दरें लागू हो गई हैं। अब पर्यटकों के लिए पैदल भ्रमण का शुल्क 25 रुपए, साइकिल द्वारा भ्रमण के लिए 40 रुपए और गोल्फ कार्ट से भ्रमण के लिए 60 रुपए प्रति व्यक्ति तय किया गया है। 5 से 12 वर्ष तक के बच्चों के लिए गोल्फ कार्ट पर 40 रुपए और 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए प्रवेश फ्री रहेगा। गोल्फ कार्ट की पूरी सीट (अधिकतम 6 लोग) के लिए शुल्क 400 रुपए रहेगा। इसके अलावा सफारी के लिए प्रबंधित वाहनों से यात्रा करने पर प्रति व्यक्ति 100 रुपए शुल्क होगा।
हर तीन साल में होगी बढ़ोतरी
यह शुल्क वृद्धि मध्य प्रदेश वन विभाग द्वारा 2022 में प्रस्तावित की गई थी। जिसे लागू कर दिया गया है। अब हर तीन साल में वन्यजीव सफारी के शुल्क में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी। वहीं विदेशी पर्यटकों से दोगुना शुल्क लिया जाएगा।
